Hindi Sad Shayari शायरी पूरी दुनिया में सबसे प्रसिद्ध चीजें हैं चाहे कोई भी व्यक्ति शायरी के लिए किस भाषा का उपयोग कर रहा हो लेकिन भारत में हिंदी भाषा शायरी के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं
Hindi Sad Shayari |
जब से उसके हुस्न पे पड़ी है नज़र
मेन हो गया हूं अपना हस्ती सी बेखबर
मेरी दुआओं का कुछ आईसा हुआ है
मुजे मिल गया है मेरे ख्वाबों का पाकर
उसके प्यार ने मुझसे ज़रे से आफ़ताब बन दिया
मुख्य बन गया हूं कत्रे से समुंदर
मेरे जिस्म में वो बस है रूह की तराह
आइसा आशियाना छोड कर वो जय गी किधर
प्यार के रहनों में संभल कर चलती हूं
सुने है ये रस्ते हीन बडे पुरख्तर
मुज से किनारा कर के, कुच पाल तो हमसे, ने, अंकि अनखोन को ध्यो होग
बइठ के केसि कोन सर-ए-शम कुच आंसु तोह वो रोया होगे
पसमेहन तोह वो बोहत हुआ होगे वो बरुखी से
खब मी न साही, नीन्द से पेहले मेरी याद के बड ही वो सोया हो गया
अहबाब के क़र्ब में मैं याहि ऐक बात तलाश है
हमसे न भई केसी त्रीकी के कोन मुख्य अपनों आंसू को पीरोया होगे
मेरा दिल न दूखा पार मेन हज़ार आंसु रोया
मेरी मनिंद न साही, पार फुर्सत मैं क़रार तोह वो खोया है
मेरे दरद-ए-दिल को कोई समझौता, तोह फ़िर किस को कोई नाहता है हरफ़।ई.मुहब्बत से
मसे किआ मलूम, मेन किस किसान समंदर मुख्य खुद दोब्यो होगा
मुख्य अपेन फैन-ए-नक़श-ए-निगरी के चरचे क्यूं करौं, क्यूं सुनौ मुख्य अपन अफसनी सब को,
मुजे मालूम है वो कैसी और भी हो गई मेरी ख्यालों में खो गया है।
Hindi Sad Shayari |
इक मुदत से राही है ये आरज़ू मेरी
के कब तुझ से हो जी गुफ्तगू मेरी
अज दुनीया हूमिन मिलन नहीं देति
इक दीन मोहब्बत हो गइ सरखरो मेरी
मेरा जीना और मरना सब तेरे लीये
साँसों की बही मुखतार है तू मेरी
दिल तेरे ही ख्यालों में खो गया है
रूह भटक रहि कोबाको मेरी
मुख्य ख़िज़ाओं की राहों का मुसाफ़िर हूं
कभी भूल कर भी ना कर्ण जस्तजु मेरी
अगार तुझी नफ़रत मेरे नाम से है
फेर कवन मोहब्बत मेरे कलाम से है
जीस का मशगला था और कौन कोई दूना
अज वो उद गमन की शम से है
मोहब्बत में कैसी तफ़रीक़ के हम न काबिल
ह्यूमिन को मोहब्बत ख़ास-ओ-आम से है
जइसे के दीद को आंखें तरस रहे हैं
इस्तेमाल ना ना फ़ुर्सत अपना के से है
हम न मोहब्बत का आगाज़ तो कर दिया असगर को
ह्म ना कोई गरज अंजाम से है
तेरी ज़िन्दगी में कभी न कभी ग़म ऐ
तेरे मुक़द्दर में हर ख़ुशी सनम आये
तेरी आरज़ू का चमन सदा मेहता रहा
तेरे क़रीब ना कभी कोई रंज-ओ-अलम आये
तेरी ज़िन्दगी दूनिया की ख़ुशी से भारी राहे
गामो के ना कभी कोई शम आये
कोइ परशानी तेरे कायरब न आये पे
तेरी ज़िन्दगी में कोई ना कोई-ओ-खम आये
असगर की फ़क़त ये तमन्ना है जान
के तेरे साथ मेरा भी नाम, ऐ…
झलक दिखला जा कीन जाति,
मचल राह है जिया आंखें की जाति,
बेशक नाजरीन खफा हो गया है,
प्यार तूने क्या आंखें की,
बरसात में आलम कुच्छ और हो गया,
बहती है हवा आंखें की जाति,
ज़िन्दा है सपने बेज़ान आंखें में,
कीतना प्यार किया तुम आंखें क्या,
मेरी तडप का ख्याल भला ना रह जाए,
उन्की महक आये मुजको आंखें के रस,
प्यार, वफ़ा, इश्क, अरमान एह खुदा,
साभी कुच साचा अनस आंखें की जाति…